Interior and Exterior Routing प्रोटोकॉल्स के अंदर कौन कौन से प्रोटोकाल्स आते है

नमस्ते दोस्तों! आज हम Interior and Exterior  प्रोटोकॉल के बारे में हिंदी में जानेंगे और इस केअंदर कौन कौन से प्रोटोकाल्स आते है पढ़िए आपको आसानी से समझ आ जाएगा. चलो शुरू करें!


1. Interior Routing protocols:- इंटीरियर रूटिंग प्रोटोकाल्स के अंदर कुछ इस तरह के प्रोटोकॉल्स होते है जो नीचे दिए गई है 

i) RIP (routing information protocols):- प्रोटोकॉल का उपयोग आमतौर पर यूनिक्स सिस्टम में रूटिंग टेबलों के बीच जानकारी share करने के लिए किया जाता है। यह हॉप Matrix  का use  करता है और पैकेट भेजने के लिए कम से कम हॉप्स count वाले पथ को  select  करता है। पैकेट भेजने के लिए RIP  hops  की संख्या को 15 तक count  करता है। 16वां hops  एक unreachable destination  बन जाता है।

ii) OSPF(Open Shortest Path First):- OSPF का पूरा नाम Open Shortest Path First है. यह एक link state routing protocol है जिसका use करके  source और destination router के मध्य सबसे best path को खोजने के लिए किया जाता है.
इसमें best path को search करने के लिए SPF (shortest path first) या Dijkstra अल्गोरिथम का इस्तेमाल किया जाता है. यह प्रोटोकॉल्स  classless routing protocol है इस कारण यह प्रोटोकॉल्स VLSM को सपोर्ट करता है.
यह एक network layer प्रोटोकॉल है जो कि protocol number 89 पर work  करता है और यह AD value 110 का use  करता है.
OSPF एक डायनामिक प्रोटोकॉल है जो कि अपने neighbor  के राउटरों से information  (डेटा) को लेता है और उस information  को अन्य सभी router को देता है. यह सबसे ज्यादा प्रसिद्ध interior gateway protocol (IGP) है.
OSPF एक standard routing protocol है जिसका मतलब ये हुआ कि यह प्रोटोकॉल किसी भी company के router के साथ काम कर सकता है. इसलिए यह important  नहीं है कि आपके network में सभी राऊटर Cisco के हो.

iii) IGRP(Interior Gateway Routing Protocols):- यह डिस्टेंस वेक्टर पर based है जिसमें एक राउटर नेटवर्क की जानकारी देने के लिए सभी पड़ोसी राउटर्स के साथ information share  करता है। इसके बाद प्रोटोकॉल पांच Matrix का use करके बेस्ट paths को select करता है जो की  बैंडविड्थ, delay , packet  size , loading एंड reliability  का उपयोग करके destination  तक पहुंचने के लिए बेस्ट  पथों को select  करता है।  

iv) EIGRP(Enhance interior Gateway routing protocol):-  जैसा कि नाम से पता चलता है, यह IGRP का एक एक्सटेंशन है। यह पड़ोसी राउटर से जुड़े सभी राउटर का ट्रैक रखता है। यह डिफ्यूजिंग अपडेट प्रोटोकॉल का उपयोग करता है, जो पैकेट के साथ लगातार क्वेरी करने वाले पथों के बारे में राउटर को अपडेट करता है।
v) IS-IS(Intermediate system to Intermediate system):- यह बड़े नेटवर्क में उपयोग किया जाने वाला लिंक स्टेट रूटिंग प्रोटोकॉल है। यह राउटर, आईपी और कनेक्शन नेटवर्क सेवाओं दोनों का समर्थन करता है।

2. Exterior Routing protocols:- Exterior  रूटिंग प्रोटोकाल्स के अंदर कुछ इस तरह के प्रोटोकॉल्स होते है जो नीचे दिए गई है 

1.EGP(Exterior Gateway protocols):- इन प्रोटोकॉल का उपयोग दो neighboring  autonomous  system  के बीच communicate  करने के लिए किया जाता है। सिस्टम ईजीपी एक्सचेंज हैलो और आई-हेड_यू (आई-एच-यू) संदेशों का उपयोग करता है। यह method  दो system  के बीच communicate  करती है।

2.BGP(Border Gateway Protocol:- प्रोटोकॉल का उपयोग AS  के बॉर्डर  पर किया जाता है और एक बड़े नेटवर्क में कई AS  को इंटरनेट से जोड़ा जाता है। यह AS  के सभी path  का रिकॉर्ड रखता है जिससे यह गुजरता है।  




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